एक्सपो लास्ट डे... !
आनंद एक सुनसान मैदान में खड़ा है... चारों तरफ धुंध है, शेव बनाये हुए शायद १० दिन हो गए, बाल भी बिखरे हुए हैं...
पूनम खड़ी है कुछ दूर... शायद 20 फ़ीट दूर...मुस्कुरा रही है ... डार्क ब्लू सूट में बहुत कमाल लग रही है, बाल कन्धों पर हवा से लहरा रहे हैं... वो कुछ कह रही है, पर कुछ सुनाई नहीं दे रहा ...पीछे से निवि की आवाज़ आ रही है ...एंडी ... कहाँ हो एंडी ...
डिंग डिंग ... और धम धम की आवाज़ हुई ...अचानक आनंद की आँख खुली ... उसने झट से उठकर कमरे का गेट खोला ... सामने निवि खड़ी थी ...
मिस्टर टाइम देखा है ...इट्स आलरेडी 8 . 30 ...बड़ी गहरी नींद सोये ...कहते हुए निवेदिता आनंद के कमरे में दाखिल हुई ... तुम्हारा चार्जर दो एंडी ...मेरा शायद गड़बड़ है ... चार्ज नहीं कर रहा फ़ोन...
लगता है तुमने रात को कॉफ़ी में कुछ मिला दिया था ...ऐसी नींद आयी की ध्यान ही नहीं रहा टाइम का ...आनंद ने जमाही लेते हुए कहा... वो वहाँ टी वी के नीचे है चार्जर, ले लो ...
थैंक्स एंडी ...अब फटाफट तैयार हो जाओ ...9 . 30 ड्राइवर आ जाएगा होटल ...
हाँ जी...विल सी यू इन द लॉबी एट 9 . 30
निवि ने स्माइल किया और कहा ...ओके
आनंद ने फ़ोन देखा ...पूनम के दो मैसेजस थे ...एक कोई शायरी थी और एक खुद का फोटो था नयी ड्रेस में ...यह वेस्टर्न फॉर्मल्स आनंद ने ही आर्डर किया था ऑनलाइन ...आनंद ने एक किस वाला स्माइली भेजा और बाथरूम जाने लगा तभी पूनम का रिप्लाई आया ...उसने एक ब्लश वाला स्माइली भेजा ...आनंद ने फिर बहुत सारे किस वाले स्माइली भेजे ...उधर से पूनम ने बहुत सारे ब्लश वाले स्माइली भेजे ... आनंद मुस्कुराया और पूनम को कॉल लगाया ...
हाँ चाँद ... क्या हाल
गुड़ मॉर्निंग ...आज बहुत प्यार आ रहा है ...
हाँ आ तो रहा है ... ये डबल बेड वाला कमरा है और मैं अकेला
आनंद सर ... ज़्यादा रोमांटिक होने की ज़रूरत नहीं है ...थोड़ी देर में एक्सपो के लिए जाना है ...
हाँ यार अभी दस मिनट पहले नींद खुली ...
अरे ...तो फिर तैयार हो जाओ ...
हाँ बस ...बाथरूम ही जा रहा हूँ ...अब शाम को कॉल करूंगा ...ठीक है पून्नो ...
हाँ जी ... पूनम हंस के बोली ...
आनंद बाथरूम गया, तैयार हुआ और ठीक 9 . 25 पर लॉबी में पहुँच गया ...
वो जाकर सोफ़े पर बैठा ही था, देखा निवि सीढ़ियों से उतरकर आ रही है
ब्लू पेंसिल स्कर्ट और हिप लेंथ कोट पहना हुआ था उसने ...क्रिस्प वाइट शर्ट और बो टाई ...हाई हील्स और हल्का मेक अप ...
हाय ...निवि कहती है
हेलो ...क्या लग रही हो मैडम आप तो ...कल से भी बेटर ...
निवेदिता मुस्कुराई, थैंक्स ...वैसे आप भी कम कमाल नहीं लग रहे ...
आनंद हंसा ...हाँ भेस बनाना पड़ता है न ...
निवेदिता हंसी ...
तभी किशन आता है लॉबी में ...गुड मॉर्निंग सर एंड मैडम ...
मॉर्निंग किशन ...आप तो सीधे एक्सपो ही आ जाते ...आनंद ने कहा
किशन ने कहा सर आज आपको एक जगह लेके चलता हूँ, नाश्ता करके फिर एक्सपो चलेंगे ...
अरे किशन फॉर्मेलिटी की ज़रूरत नहीं ...आनंद ने उठते हुए कहा ...
सर, कल जो पैक्ड लंच आया था वो निवेदिता मैम को अच्छा नहीं लगा था ...सो मैंने सोचा थोड़ा हैवी नाश्ता हो जाएगा तो दिन में भूख नहीं लगेगी और फिर शाम को मेरे घर पे अर्ली डिनर कर के आपको स्टेशन ड्राप कर दूंगा ...
निवेदिता बोली ...थैंक्स किशन... आय रियली डिडन्ट लाइक द एक्सपो फ़ूड
तीनों हंसने लगे...
चलो भई किशन ...लगता है आज आप किडनैप करके ही मानोगे ...आनंद ने कहा...
सर हेड ऑफिस से कौन कब कब आता है ...इसी बहाने कुछ वक़्त बिता लेंगे और आपसे दो बातें सीख भी लेंगे ...
अरे किशन मुझसे क्या सीखोगे ...पता नहीं ...पर मैं तुमसे पी.आर. सीख रहा हूँ, तुम बात बड़ी गज़ब करते हो यार ...
किशन दांत निपोर के हसने लगा ...बस सर हमने पोलाइटनेस आप लोगों से ही सीखी है ...
ड्राइवर गाड़ी होटल के पोर्च में लेकर आता है ...सब लोग गाडी में बैठते हैं और किशन ड्राइवर को किसी रेस्टोरेंट का नाम बता के वहां ले चलने को कहता है ...
आनंद के फ़ोन पर पूनम का मेसेजआता है ... दो किस वाले स्माइली ...
निवेदिता की नज़र आनंद के फ़ोन पर पड़ती है ...डी.पी. देखकर वो समझ जाती है ...
आनंद हड़बड़ी में स्वाइप करता है मेसेज को स्क्रीन से ...
रेस्टोरेंट में नाश्ता करके सब बाहर आते हैं, धूप में आनंद
आनंद कुछ असहज होता है, अपने गोगल लगाता है, किशन को गाड़ी के पास ड्राइवर नहीं दिखता तो वो उसे देखने सड़क पर कुछ दूर जाता है...
निवेदिता कहती है... एंडी यू लुक डैशिंग इन दीस शेड्स...
आनंद निवेदिता को देखता है, कुछ पल रुककर कहता है... मैडम आज एक्सपो में आप ही छाए रहोगे, हम जैसों की क्या बिसात...
निवेदिता मुस्कुराती है... हेय एंडी स्टॉप दिस.. आय एम ओके.. इश...
आय मीन इट निवि... हमारी कंपनी में अगर बेस्ट लुकिंग फीमेल...इन फैक्ट ओवरऑल बेस्ट लुकिंग पर्सन या बेस्ट ड्रेसिंग का अवार्ड हो तो हमेशा तुम ही जीतो...
निवेदिता शर्मा जाती है.. यू आर फ्लैटरिंग...बस इतना ही बोल पाती है
लगाओ शर्त... अगर आज तुम्हें नोटिस न करें तो कहना..आनंद बड़े कॉन्फिडेंस से कहता है...
किशन ड्राइवर के साथ आता है.. सब लोग गाड़ी में सवार होकर एक्सपो के लिए रवाना होते हैं
एक्सपो में आज रश नहीं है...आनंद कहता है
हाँ सर लगता है ज़्यादातर विज़िटर्स कल ही आ गए थे...किशन एग्री करता है
निवेदिता बार बार आनंद को देखती है, आनंद जब आंखें मिलाता है तो वो किसी और तरफ देखने लगती है...
निवेदिता जाकर कॉफी ले आती है...
आनंद और निवेदिता कॉफ़ी लेकर स्टाल में पीछे लगी टेबल चेयर तक जाते हैं, वहां बैठकर कॉफ़ी पीना शुरू करते हैं...
निवेदिता फिर आनंद को देखती है...
किशन पूछता है... सर लंच के लिए पूछने आये थे, मैंने मना नहीं किया, केटरिंग वाले आगे जाकर आ रहे हैं...क्या मंगवाना है...
निवेदिता...आप बताओ... आनंद कहता है
निवेदिता कहती है ज़्यादा खाने की इच्छा नहीं एंड मुझे वो पैक्ड लंच तो बिल्कुल नहीं खाना... आस्क देम टु गेट रशियन सैलेड...ऑर ग्रीक ..
किशन सुनके मुस्कुराता है...मैडम यहां सैलेड ही मिल जाये ...मैं देखता हूं...और किशन स्टाल से निकलता है
एंडी ये क्या आप आप लगा रखा है..इवन किशन नोज़ देट आय कॉल यु बाय योर नेम...फ़ॉर देट मैटर बिग बॉस को भी...
अरे इंदौर नफ़ासत और तहज़ीब का शहर है... आनंद कहता है
निवेदिता आनंद को ताके जा रही थी...
तभी किशन एक बैग लेकर आता है.. मैडम रशियन सैलेड तो नहीं मगर सबवे का ये सैंडविच जो है इसमें सैलेड वाली सारी चीज़ें हैं, वैसे हनी ओट्स ब्रेड है... आप चाहें तो निकाल दें...और सिर्फ फिलिंग खा लें...
वाह किशन...दाद देनी पड़ेगी तुम्हारी... मैं तो सैंडविच खा लूंगा...
निवेदिता मुस्कुराती है...थैंक्स किशन, आय विल टेक द सैन्डविच
किशन अपनी छोटी सी जीत पर बहुत खुश होता है...
निवेदिता सैन्डविच खाकर स्टाल से जाती है, फिर से कॉफी ले आती है
ये क्या निवि...फिर कॉफी..
हेव इट...निवेदिता कहती है
दोनों फिर कॉफ़ी पीते हैं.
कुछ 4 बजे निवेदिता आनंद से कहती है... एंडी यार पेट में हल्का दर्द हो रहा है... कैन वी गेट बैक टू होटेल...
अरे.. यू ओके ना...
हां बस हल्का है..
किशन यू टेक केअर ऑफ द स्टॉल, मैडम और मैं होटेल जा रहे हैं, इनकी तबियत ठीक नहीं...
ओके सर आप निकलिए.. कुछ खास विज़िटर्स भी नहीं हैं...कुछ इम्पोर्टेन्ट होगा तो आय विल कॉल ...
निवेदिता और आनंद होटल पहुँचते हैं
लिफ्ट में निवेदिता आंखें बंद कर खड़ी होती है...
क्या ज़्यादा दर्द है निवि, हॉस्पिटल चलें...
लिफ्ट से निकलकर आनंद निवेदिता का हाथ पकड़कर अपने रूम तक लाता है... बैठो तुम..मैं देखता हूँ मेरे पास अगर कोई मेडिसिन हो तो...
आनंद टेंस हो जाता है
ईनो का सैशे निकालकर ग्लास में डालकर निवेदिता को देता है...निवि ये पीओ शायद आराम आ जाये...
निवेदीता ईनो पीती है और तुरंत बाथरूम की तरफ भागती है...आनंद उठता है और बाथरूम के दरवाज़े पर रुकता है...निवि यू ओके न...
निवि बाहर आती है..एक फीकी मुस्कान के साथ कहती है..एंडी तुम्हारा ईनो काम कर गया.. दो ज़ोर के बर्प हुए ... निवेदिता हंसने लगती है...
यार मुझे लगा तुम बाथरूम गयी हो कहीं वोमिट न हो तुम्हे...तुम न..डरा दिया ...डकार लेने बाथरूम जाता है कोई... इतनी फॉर्मेलिटी..
चलो अब कॉफ़ी मंगवाओगे... निवेदिता आनंद से कहती है
कोई कॉफ़ी नहीं... दोनों बेड तक आते हैं...आनंद निवेदिता को बैठने का इशारा करता है.. फ़ोन उठा कर रूम सर्विस को दो फ्रेश लाइम सोडा लाने के लिए कहता है...
कुछ काम की बातें होने लगती हैं तभी रूम की बेल बजती है
आनंद कहता है कम इन
दो ग्लास लिए हुए बॉय आता है...
निवेदिता थैंक्स कहती है
अच्छा एंडी.. तुम सुबह कह रहे थे न सब नोटिस करेंगे मुझे... नहीं किया किसीने
आनंद बोला.. हाँ लोग ही कम थे आज एक्सपो में
यानी तुम शर्त हार गए... अब मैं जो मांगूगी तुम्हें देना पड़ेगा...
आनंद मुस्कुराता है, कहता है.. बताओ, मेरे पास होगा तो दे दूंगा...
एक हग चाहिए...
निवि उठकर आती है बेड की दूसरी तरफ.. आनंद का हाथ अपने हाथ में लेकर उसको उठाती है और कसकर हग करती है
कुछ पलों तक दोनों यूहीं खड़े रहते हैं... निवेदिता आनंद के सीने पर अपना सर रखती है.. दो बूंदें आनंद के शर्ट पर गिरती है...
आगे के लिए अगली कड़ी में तफसील से...
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