एक्सपो नाईट-2
ब्लूटूथ स्पीकर पर गाना चल रहा था, निवेदिता ने आनंद को देखा, आनंद ने कॉफ़ी सिप करते हुए निवेदिता को देखा, निवेदिता हंस पड़ी... आनंद भी मुँह बंद करके हंसा फिर कॉफ़ी मग साइड पर रखकर ज़ोर से हँसा...
यार ये पुराने गाने न, चलो कुछ नया और पेपी लगाते हैं... आनंद ने कहा..
निवेदिता ने हामी भरी...
आनन्द ने निवेदिता का फ़ोन उठाया और लव आजकल का ट्विस्ट लगाया, ब्लूटूथ का वॉल्यूम बढ़ाया..
निवेदिता ने लगभग चिल्लाते हुए कहा... आय लव दिस नंबर...
आनंद बीट्स के साथ सर हिलाने लगा...
निवेदिता बेड से उठी, एंडी कम ऑन, लेट्स डांस, आनंद ने मना किया पर निवेदिता एक नहीं मानी, और उसका हाथ पकड़कर उठाया...
आनंद और निवेदिता गाने की धुन पर थिरकने लगे...
आनंद का फ़ोन बजा...
पूनम का वीडियो कॉल आया... आनंद ने पिक किया, गाने की धुन में उसको भान ही नहीं रहा कि वीडियो कॉल है...
उसने फ़ोन कान को लगाया और उधर से पूनम बोली, कहाँ हो तुम...
गाना बज रहा था, आनंद को कुछ समझ नहीं आया फ़ोन स्पीकर मोड पे कैसे हुआ... वो हेलो हेलो कहता रहा और फिर कहा, मैं कॉलबैक करता हूँ...
निवेदिता मस्त थी, मानो उसको कोई खज़ाना हाथ लगा हो, गाने की बीट्स पर थिरक रही थी... और आखिर में ट्विस्ट के साथ गाना खत्म हुआ..
निवेदिता और आनंद हंस रहे थे...
आनंद ने पॉज लेकर कहा... थैंक्स निवेदिता फ़ॉर द कॉफ़ी...
मैं जाता हूं अपने रूम में... कल संडे नहीं है और एक्सपो का आख़िरी दिन है, वी शुड रेस्ट...
निवेदिता ने गुड नाईट विश किया और आनंद अपने रूम में पहुँचा...
उसने रूम में पहुंच कर कपड़े बदले और बेड पर बैठा ही था कि पूनम का वीडियो कॉल आया...
उसने कॉल पिक किया और कहा... हाँ चाँद कैसी हो...
तुमने मुझसे झूठ क्यों बोला आनंद...
क्या झूठ... मैं समझा नहीं...
तुम लोग एक ही कमरे में...
वैट... मैं निवेदिता के रूम में था, मैं उसको बताये बिना तुम्हारे मामाजी के यहां खाना खा आया...वो डिनर पर वैट कर रही थी... वापिस आया तो मैं उसके साथ रेस्टोरेंट चला गया कंपनी देने और जब हम वापिस आये तो उसने कॉफ़ी मंगवा ली...
और वो तुम्हारे कमरे में थी...
नहीं उसके कमरे में थे हम लोग...
और वो नाच रही थी...तुम उसको देख रहे थे...
हम दोनों ही नाच रहे थे ... इनफैक्ट
वाह... पूनम की आवाज़ में कुछ तल्ख़ी थी और उसका वॉल्यूम भी बढ़ गया।
अरे चाँद... डोंट गेट इट रॉंग... हम लोगों ने सिर्फ साथ में कॉफी पी है...नथिंग मोर...शी इज़ जस्ट अ कलिग...
चाँद मेरे सामने देखो... आनंद ने देखा पूनम की आंखें भर आयी थी और वो चेहरा घूमा के आँसू छुपा रही थी...
लुक एट मि चाँद..
क्या देखूं...
आनंद ने कहना शुरू किया...तुम्हारे लिए मेरे दिल में जो जगह है वो कोई और नहीं ले सकता... तुम मेरे लिए सब कुछ हो... मेरी इंस्पिरेशन हो, मेरी ड्राइविंग फ़ोर्स हो...तुम मोटिवेशन हो..
आय लव यू पूनम... एंड आय एम सीरियस अबाउट इट...अगर सीरियस नहीं होता तो तुम्हारे मामाजी से मिलने नही जाता...उनके पैर छूकर हम दोनों के लिए आशीर्वाद नहीं मांगता...आनंद की आवाज़ कुछ तेज़ हो गयी...
हाँ तो मैं भी सीरियस हूँ पर मैंने सुना है की कुछ लड़कियाँ होती हैं जो जादू कर देती है...
आनंद ठहाका मार के हंसा... अरे मेरे भोले चाँद... मुझपर तो तुम्हारा जादू है...गहरी आवाज़ में आनंद बोला...
तुम सच में उसके चक्कर में नहीं फसना...
आनंद फिर हंसा... मैं तेरे चक्कर में फंस गया हूँ पुन्नो..
पूनम हंस पड़ी...अब ये नाम दिया है...
अब तुम्हें उर्दू समझ आये तो तुम्हारा नाम क़मर भी है...
पूनम ने मुँह बनाया...मतलब
ऊर्दू में चाँद को क़मर भी कहते है...
पता नहीं.. मगर मैं बहुत डर गई थी...
मैंने कहा था न डरना नहीं...
हम्म...कोशिश करूँगी...
सुन चाँद..खुद और हमारे प्यार पर भरोसा रख...
मैं रखता हूँ..तुम भी फ़ोन रखो...थोड़ा इन चश्मे-स्याह को आराम दो...
क्या...
काली आँखें.. बुद्धू...
अच्छा.. चलो गुड नाईट...सुनो आनंद...
हाँ... चाँद
दोनों होंठो को मोबाइल के कैमरे पर ले जाके पूनम ने एक किस दिया...
आनंद ने भी एक हाथ से मानो वो लिया और अपने होठों से छुआ.. आंखें बंद करके गहरी सांस भर के कहा... लव यू मेरे चाँद...
- मनोज के.
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