अनाउंसमेंट !

गाड़ी में पूनम और आनंद लंबी ड्राइव पर निकलते हैं, पूनम आनंद को निहारती है मानो बहुत दिनों बाद कोई बिछड़ा साथी मिल गया हो. 
आनंद का ध्यान सड़क पर होता है बीच-बीच में वह पूनम को देखकर स्माइल करता है. पूनम उसे रास्ते भर निहारती रहती है हाईवे पर कुछ किलोमीटर चलने के बाद आनंद गाड़ी एक ढाबे के किनारे रोकता है और पूनम से धीरे से पूछता है क्या निहार रही हो पूनम...
 पूनम धीरे से कहती है तुम को देख रही हूँ आनंद 
 आनंद पूनम का हाथ अपने हाथ में लेता है, उसके हाथ को चुमता है और कहता है बड़ी मुश्किल से निकले यह 2 दिन  
पूनम आनंद के हाथ को लेकर अपने गालों से लगाती है और कहती है सच बहुत मुश्किल से निकले 2 दिन
आनंद दूसरे हाथ से उसके गाल पर थपकी देता है और कहता है हां मुझे पता है कितनी मुश्किल से निकले तुम्हारे दिन, शायद पूरे टाइम तुम यही सोचती रही होगी  की बुकिंग सिंगल रूम की है या अलग-अलग कमरों की ...
पूनम खिलखिला कर हंस देती है और समझाते हुए आनंद से कहती है मुझे सच में डर तो लग रहा था मगर तुम पर विश्वास खुद से भी ज्यादा है तो उस विश्वास ने मुझसे कहा कि डर मत..
आनंद मुस्कुराता है और हामी भरते हुए कहता है  ट्रस्ट इज द फाउंडेशन ऑफ एवरी रिलेशन 
पूनम हामी में सर हिलाती है और खिड़की से बाहर आकाश की तरफ इशारा करती है 
आनंद सर घुमा कर देखता है और पूनम से पूछता है क्या है वहां
 पूनम कहती है आज चौदहवीं है 
आनंद फिर आकाश की तरफ देखता है और कहता है हां आज चांद बहुत खूबसूरत दिख रहा है फिर अपना चेहरा पूनम की तरफ घुमा कर कहता है ...और मेरा चांद भी बेहद खूबसूरत है 
पूनम थोड़ा शर्माती है थोड़ा लजाती है 
आनंद उसकी  ठोड़ी को अपनी उंगली  से टच करता है और कहता है .. तुम्हारी गाल पर नीचे की तरफ जो तिल है वह यहां पर होना चाहिए था पूनम हंसती है 
और आनंद की बाहँ पर एक हल्का सा पंच मारती है आनंद झूठ मुठ दर्द का बहाना करते हुए आह करता है 
पूनम फिर हंसती है और कहती है अब यहां रुके हैं तो कुछ हल्का-फुल्का खा लेते हैं और फिर वापस चलते हैं ...कल वर्किंग डे है ना 
आनंद कहता है हां चलो चांद... आज चांद तले तुम्हें देखूंगा...
दोनों ढाबे पर चाय और कचोरी ले लेते हैं कचोरी वाकई बहुत स्वादिष्ट होती है 
आनंद पूछता है ...चांद एक कचोरी और लोगी पूनम कहती है तुम लो मैं अभी थोड़ा तेल कम ले रही हो आजकल 
आनंद पूनम को ऊपर से नीचे तक निहारते हुए कहता है... चांद वैसे ही तुम बला की खूबसूरत हो वेट लूज करके क्या कुछेक लोगों का कत्ल करने का इरादा है....
 पूनम अपने होठों पर हाथ रखकर हंसती है और कहती है ...तुम  ना ...
आनंद और पूनम ढाबे से बाहर निकलते हैं और आनंद गाड़ी स्टार्ट करते हुए पूनम को फिर देखता है और कहता है.... अधूरी सी थी जिंदगी तुम्हारे बिना पूनम ऐसा लगता है मानो पूरी हो गई है... 
पूनम अपनी उंगली आनंद के होठों पर रखती है और कहती है... जिंदगी मौत पर पूरी होती है आनंद... आगे से कभी ऐसी बात मत करना 

आनंद उसके हाथ को चुमता है और कहता हैं... बिल्कुल ध्यान रखूंगा चांद, ध्यान रखूंगा 

आनंद पूनम को उसके पीजी ड्रॉप करता है  और अपने फ्लैट की तरफ निकलता है, फ्लैट के नीचे कार पार्क करने के बाद जैसी ही अपना फोन निकालता है तो देखता है कि निवेदिता के 2 मैसेज हैं फोन पर... वह मैसेजेस खोलता है और देखता है निवेदिता ने लिखा है... मिसिंग यू आनंद लेट अस प्लान अ डिनर दिस संडे 
आनंद सिर्फ एक अंगूठे का स्माइली भेज देता है, फ्लैट में पहुंचता है तो मोहित टीवी देख रहा होता है.मोहित टीवी को म्यूट कर के आनंद से पूछता है... हां मेरे आशिक आ गए तुम कहां रह गए थे यार... खाना-वाना नहीं खाना है क्या... 
आनंद मुस्कुरा कर जवाब देता है... बस यार पूनम के साथ लॉन्ग ड्राइव पर चला गया था 
मोहित कहता है अबे तेरा इश्क और ऊपर से यह लॉन्ग ड्राइव और कैफ़े वगैरह के चक्कर में मैं तो भूखा मर जाऊंगा .. 
आनंद हंसता है और कहता है  क्यों भाई बाई खाना बना कर नहीं गई क्या 
मोहित कहता है ...अरे मेरी जान खाना तो बना गई है पर मैं अकेला थोड़ी खाता हूं चल आ जा फटाफट खाना खाते हैं 
आनंद कहता है...रुक जा मैंने कुछ खा लिया था.. थोड़ी देर में दोनों खाते हैं 
मोहित कहता है चल ठीक है 
मोहित और आनंद टीवी देखने में व्यस्त हो जाते हैं तभी पूनम का फोन आता है आनंद फोन लेकर बालकनी में जाता है और कहता है ...हां चांद बताओ 
पूनम कुछ रुआंसी सी होती है कहती है ...आनंद तुमको पता है उस निवेदिता ने शेफाली से बात की थी ....
आनंद कुछ समझ नहीं पाता आनंद पूछता है.... चांद शेफाली ने निवेदिता को फोन किया था क्या..? पूनम कहती है ...नहीं शेफाली ने निवेदिता को कॉल मिलाया था यह पूछने के लिए कि उसकी ट्रिप कैसी रही...
आनंद कहता है... अच्छा शेफाली को कुछ पूछना ही था तो ऑफिस में ही पूछ लेती... 
पूनम कहती है ...मुझे नहीं पता लेकिन उसने निवेदिता को शाम को फोन किया उसकी ट्रिप के बारे में पूछने के लिए... अच्छा फिर क्या जवाब दिया निवेदिता ने बताओ... 
निवेदिता उसको जला रही थी बहुत शानदार ही मेंटॉर है आनंद... ऐसा वैसा ...
आनंद समझ जाता है, वो पूनम को समझाता है... सुनो चांद, निवेदिता को अच्छी तरह पता है कि शेफ़ाली और तुम बहुत अच्छे दोस्त हो, 
शेफाली को निवेदिता जो भी भी कहेगी, शेफाली सब बातें तुम्हें बताएगी और उसको बिना तुमसे बात किए अपनी बात पहुंचाने का मीडियम मिल गया 
तो यह सब बातें सीधे-सीधे तुम तक पहुंचा रही है, और जहां तक रही ट्रिप की बात तो मैं तुम्हें शायद एक एक पल की जानकारी दे चुका हूं हमने क्या किया हमने क्या खाया, क्लाइंट से मिले सब कुछ  बता चुका हूं, निश्चिंत रहो, मस्त रहो और तसल्ली से खाना खाओ और सो जाओ,आनंद सिर्फ पूनम का है और पूनम का रहेगा तो यह इनसिक्योरिटी वाली फीलिंग हटाओ
 पूनम कहती है यह निवेदिता चाहती क्या है आखिर... 
आनंद उनको समझाता है वह जो कुछ भी चाहती है उसकी अपनी चाहत है, मैं और तुम एक दूसरे को चाहते हैं और यही फैक्ट पूनम. 
पूनम कुछ नॉर्मल होती है और आनंद से पूछती है  तुमने खाना खाया क्या...
आनंद कहता है...हां बस खाना खाने ही बैठे थे... अच्छा अच्छा तुम खाना खा लो... पूनम कहती है

आनंद पूनम को बाय कहता है और लिविंग रूम में दाखिल होता है... मोहित कहता है.... अरे भाई बातें तुम्हारी ऑफिस में और ड्राइव पर पूरी नहीं हुई थी जो फोन पर बातें हो रही है 

अरे नहीं यार बस...आनंद कहता है
दोनों दोस्त खाना खाते हैं एयर टी.वी. देखते हैं

 दूसरे दिन सुबह आनंद निवेदिता को मैसेज   लिखता है ...हाय निवि... हाउ आर यू डूइंग कैन यू कम फिफ्टीन मिनट्स अर्ली टू ऑफिस
 निवि का कुछ 2 मिनट बाद मैसेज आता है ...यस आई बी देयर सी यू  
आनंद ऑफिस पहुंच जाता है देखता है निवि पहले से ही वहां मौजूद है, महेश जी पैंट्री में होते हैं 

आनंद उनको इंटरकॉम पर कॉल करके कॉफी मंगवाता है, महेश जी कॉफी लेकर आते हैं आनंद निवेदिता से बात करना शुरू करता  है... निवेदिता तुम और हम एक ही कॉलेज से पढ़े हुए हैं अब तुम हमारी कंपनी में काम कर रही हो ...ऑफिस में हमारी जैलिंग किसी नए एंप्लोई और सीनियर एंप्लोई से बैटर है, हम लोगों ने एक्सपो भी साथ में अटेंड किया है...
निवेदिता कुछ समझ नहीं पाती पूछती है.... हां वह सब तो ठीक है बट तुम मुझे यह सब बातें क्यों बता रहे हो 
आनंद कहता है निवेदिता लेट मी बी वेरी क्लियर ऑफिस में किसी को भी यह हिंट नहीं जाना चाहिए के यू एंड मी हेव समथिंग मोर देन प्रोफेशनल एंड हेल्दी रिलेशनशिप....

 निवेदिता को सारा माजरा समझ आ जाता है वह कहती है ....लेकिन आनंद एवरीबॉडी इन ऑफिस नोज व्हाट इज गोइंग बिटवीन यू एंड पूनम... 

आनंद लंबी सांस खींचते हुए निवेदिता से  कहता है लोक निवि इवन बिग बॉस नोज़ अबाउट मी एंड पूनम एंड प्रोबेबली वी आर गोइंग टू बी इंगेज्ड द नेक्स्ट मंथ तो सब कुछ क्लियर है और सब जानते हैं....

निवेदिता कुछ सोचती है और अपना सिर हिला कर कहती है ....आनंद थैंक यू फॉर द क्लेरिफिकेशन  बट आई टेक यू एज़ ए गुड फ्रेंड आफ माइन 

आनंद मुस्कुरा कर जवाब देता है यस निवि हम लोग दोस्त हैं इसमें कोई दो राय नहीं...

 इन सब बातों के बीच ऑफिस में लोगों का आना शुरू हो जाता है निवि आनंद के चेंबर से उठकर अपनी डेस्क तक जाती है 

आनंद थोड़ी चैन की सांस लेता है पूनम को इंटरकॉम पर फोन करता है और अपने चेंबर में बुलाता है 

पूनम आनंद के चेंबर में आती है और पूछती है यस आनंद आपने बुलाया 
आनंद उसको बैठने का इशारा करता है और कहता है ....
पूनम आई हैव अनाउंसड डेट आई लव यू

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